WhatsApp में आने वाला बड़ा बदलाव: अब Arattai जैसी दूसरी ऐप्स से भी कर सकेंगे चैट!
WhatsApp एक बार फिर बड़ा कदम उठाने जा रहा है। कंपनी जल्द ही ऐसा फीचर लॉन्च करने की तैयारी में है जिससे आप सिर्फ WhatsApp यूज़र्स से ही नहीं, बल्कि अन्य मैसेजिंग ऐप्स जैसे Arattai, Signal, Telegram आदि के यूज़र्स से भी चैट कर पाएंगे। यह फीचर फिलहाल बीटा टेस्टिंग स्टेज में है और इसे “Third-party chats” कहा जा रहा है।
🔍 यह फीचर क्या है?
नए अपडेट के तहत WhatsApp यूज़र्स को एक ऐसा विकल्प मिलेगा जिससे वे किसी भी थर्ड-पार्टी ऐप के यूज़र से सीधा संदेश भेज या प्राप्त कर सकेंगे। यानी अगर आपका कोई दोस्त Arattai ऐप इस्तेमाल करता है, तो आपको उसके लिए अलग ऐप डाउनलोड करने की ज़रूरत नहीं होगी - आप सीधे WhatsApp से ही उससे बात कर पाएंगे।
यह सुविधा फिलहाल यूरोपियन यूनियन (EU) के देशों में टेस्ट हो रही है, क्योंकि वहाँ का Digital Markets Act (DMA) बड़ी टेक कंपनियों को इंटरऑपरेबिलिटी सुनिश्चित करने का निर्देश देता है।
🧩 यह कैसे काम करेगा?
• WhatsApp में नया मेनू: Settings → Account → Third-party chats जोड़ा जाएगा।
• इसे ऑन करने पर यूज़र “Cross-app messaging” एक्टिवेट कर सकता है और WhatsApp सामने वाले यूज़र के ऐप (जैसे Arattai) के जरिए मैसेज भेजेगा।
• फिलहाल यह फीचर केवल टेक्स्ट, फोटो, वीडियो, वॉइस नोट्स और दस्तावेज़ के लिए सीमित है। स्टिकर्स, स्टेटस और डिसअपीयरिंग मैसेज जैसे फीचर अभी उपलब्ध नहीं हैं।
🧠 प्राइवेसी और सुरक्षा
WhatsApp का दावा है कि ये चैट्स एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड रहेंगी। फिर भी सुरक्षा की स्थिति उस थर्ड-पार्टी ऐप की एन्क्रिप्शन पॉलिसी पर भी निर्भर करेगी। इसलिए कंपनी यूज़र्स को यह ऑप्शन दे रही है कि वे चाहें तो थर्ड-पार्टी चैट्स को बंद रख सकें।
🇮🇳 भारत में कब तक मिलेगा?
अभी यह फीचर यूरोप में बीटा में है और भारत के लिए कोई आधिकारिक लॉन्च-डेट घोषित नहीं हुई है। कई रिपोर्ट्स के अनुसार भारत में यह फीचर 2026 के मध्य या 2026-2027 के बीच आ सकता है, लेकिन फाइनल रोल-आउट धीरे-धीरे और सीमित बीटा के जरिए होगा।
🗣 क्या WhatsApp और Arattai के बीच बात संभव होगी?
हां - अगर Arattai जैसी थर्ड-पार्टी ऐप्स इस नए इंटरऑपरेशन प्रोटोकॉल को अपनाती हैं, तो WhatsApp यूज़र्स सीधे Arattai यूज़र्स को मैसेज भेज और प्राप्त कर पाएंगे। इसका मतलब यह है कि भविष्य में अलग-अलग मैसेजिंग ऐप्स के बीच संवाद संभव हो जाएगा।
⚠️ किन सीमाओं का ध्यान रखें
• ब्लॉकिंग सिस्टम अलग-अलग ऐप्स पर अलग काम कर सकता है - आपने WhatsApp पर किसी को ब्लॉक किया है तो भी वह थर्ड-पार्टी ऐप से आपसे संपर्क कर सकता है।
• सभी फीचर्स (जैसे कॉल, स्टिकर्स, स्टेटस) तुरंत उपलब्ध नहीं होंगे; शुरुआत में सीमित फ़ंक्शनलिटी रहेगी।
• भारत के डेटा-प्रोटेक्शन नियम और स्थानीय रेगुलेशन के कारण रोल-आउट में देरी संभव है।
💬 निष्कर्ष
WhatsApp का यह कदम चैट-इकोसिस्टम में बड़ा बदलाव ला सकता है। जहां पहले हर ऐप अपने-अपने यूज़र्स तक सीमित था, वही अब अंतर-ऐप संवाद (interoperability) से चैटिंग का तरीका बदल सकता है। यदि यह सफल हुआ तो आने वाले समय में मैसेजिंग का अनुभव ईमेल-जैसा खुला और इंटरकनेक्टेड बन सकता है।


Thank You for comment